सुमिरे ने अपने पति को काम पर भेज दिया। पानी की आपूर्ति में कुछ गड़बड़ थी, और मैंने मरम्मत करने वाले को बुलाया, लेकिन वे दिन के अंत तक इसे ठीक नहीं कर सके, इसलिए हमने बहस की। वह आदमी सुमिरे के रवैये से नाराज था, वह सुमिरे को अपना बनाने और उससे छेड़छाड़ करने की सोच रहा था। उसने घंटी बजाई और अचानक सुमिरे पर रोशनी डाली, जो बाहर आया और बोला, "तुम मेरा विरोध नहीं कर सकते..."
![NACR-694 सुमिर कुरोकावा और उसका घृणित भाई](https://cdn-img.vipcloudvn.com/images_new/full_4_size/p2NvH18CmtqEDnMOy6LXlRw9dUaWuJfrQkT.jpg)